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मंत्री मदन दिलावर की अध्यक्षता में रीछड़िया में आयोजित हुआ जनसमस्या समाधान शिविर

ड्रोन डेमो से दिया आत्मनिर्भर भारत का संदेश

गोलू राठौर रामगंजमंडी

रामगंजमंडी शिक्षा, पंचायती राज एवं संस्कृत शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की अध्यक्षता में शनिवार को पंचायत समिति खैराबाद की ग्राम पंचायत रीछड़िया के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में “सरकार आपके द्वार” अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय जनसमस्या समाधान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में आमजन की समस्याओं को मौके पर सुनना और संबंधित विभागों के माध्यम से त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करना रहा।

*शिविर में आए लगभग 88 परिवाद*
शिविर में कुल 88 परिवाद प्राप्त हुए, जिन्हें मंत्री महोदय ने व्यक्तिगत रूप से सुना। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि समस्याओं का समाधान जवाबदेही के साथ समयबद्ध रूप से सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, पूर्व शिविरों में दिए गए निर्देशों की अनुपालना की स्थिति की समीक्षा भी की गई।

*ड्रोन प्रशिक्षण से आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम*
शिविर के दौरान तकनीकी शिक्षा को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से विद्यालय के छात्रों द्वारा ड्रोन प्रदर्शन किया गया। छात्रों ने मंत्री दिलावर की उपस्थिति में ड्रोन उड़ाकर आकाश में रंगों की बौछार की और नवाचार का संदेश दिया।
ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी कीर्ति मेहरोत्रा ने बताया कि सीएसआर गतिविधि के अंतर्गत

एडवांस इंडिया कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों द्वारा शिविर में ही बनाए गए ड्रोन को उड़ाया। शिविर में मंत्री दिलावर ने बच्चो से इसकी जानकारी ली। ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया इस कार्यक्रम के तहत बच्चे ड्रोन, इलेक्ट्रॉनिक, एरोमोडलिंग (छोटे प्लेन) और 3डी डिजाइन पर काम कर रहे हैं और ड्रोन बनाना सीख रहे हैं। मंत्री दिलावर ने छात्रों द्वारा निर्मित 30 किलो वजनी ड्रोन उड़ाया। ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताय छात्रों को ड्रोन संचालन के प्रशिक्षण में कृषि, फोटोग्राफी, सुरक्षा व आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में इसके उपयोग की जानकारी दी जा रही है। मंत्री ने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सार्थक प्रयास बताया और छात्रों को आधुनिक तकनीकों से जुड़ने हेतु प्रोत्साहित किया।

*घुमंतू जनजातियों के बच्चों हेतु चल विद्यालय की जानकारी दी गई*
मंत्री दिलावर ने शिविर में जानकारी दी कि राजस्थान में लगभग 36 घुमक्कड़ एवं घुमंतू जनजातियाँ हैं, जिनके बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। ऐसे बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए “चल विद्यालय” की योजना पर कार्य किया जा रहा है। यह विद्यालय हाईटेक सुविधाओं से युक्त होगा, जिसमें पठन-पाठन, खेलकूद और अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध रहेंगे। जैसे इन जनजातियों का डेरा स्थान बदलता है, वैसे ही यह विद्यालय भी स्थानांतरित होते हुए उन क्षेत्रों में पहुंचेगा, जहाँ 20 या अधिक बच्चे उपस्थित होंगे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सर्वे कार्य प्रगति पर है और शीघ्र ही विस्तृत योजना तैयार की जाएगी।

*दिव्यांग प्रमाण पत्र, इंश्योरेंस सहित अन्य समस्याओं का निराकरण*
जनसुनवाई के दौरान दिव्यांगजन जैसे गिरिराज सहित कई लोगों के प्रमाण पत्र शिविर में ही बनाए गए। एक प्रकरण में परिवादी को लाइसेंस न होने के कारण बीमा लाभ नहीं मिल पाने की स्थिति में सहकारिता विभाग को विशेष निर्देश जारी किए गए। ऊर्जा, जल, कृषि सहित अन्य विभागों से जुड़े अधिकतर मामलों का निस्तारण मौके पर किया गया।

*प्लास्टिक मुक्त गांव की दिशा में जनजागरूकता*
मंत्री दिलावर ने प्लास्टिक उपयोग पर रोक लगाने की अपील करते हुए कहा कि प्लास्टिक के सेवन से गौमाताओं की मृत्यु हो रही है, जो चिंताजनक है। उन्होंने ‘बर्तन बैंक’ की उपयोगिता समझाते हुए ग्रामीणों को प्लास्टिक की जगह पुनः उपयोग योग्य बर्तनों के प्रयोग के लिए प्रेरित किया।

*आंधी-तूफान के बावजूद शिविर में रही सक्रियता*
शिविर के दौरान, आंधी और तेज हवाओं के बीच भी मंत्री महोदय द्वारा सभी प्रकरणों को गंभीरता से लिया गया तथा विभागीय अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। प्रत्येक परिवाद पर संबंधित विभागों से कार्यवाही रिपोर्ट भी मौके पर प्राप्त की गई।

शिविर में सरपंच संतोषबाई, उपसरपंच बृजराज मेहता, तहसीलदार भारत यादव, सीएमएचओ डॉ. नरेंद्र नागर, लीड बैंक मैनेजर दिलीप कौर, बीसीएमओ डॉ. आर. के. मीणा, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर आरती शर्मा सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी और समाधान प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाई। ग्रामीणों की बड़ी भागीदारी ने शिविर को सफल एवं प्रभावी बनाया।

voiceof public

Chief Editor of voice of public rajasthan

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