ट्रस्ट में भ्रष्टाचार और अनियमता के संबंध में कार्यवाही की मांग को लेकर देवस्थान विभाग को सौपा ज्ञापन
महाराणा कुम्भा ट्रस्ट भीलवाड़ा की हठधर्मिता एवं परिवारवाद के खिलाफ एकजुट हुआ राजपूत समाज

भीलवाडा। (पंकज पोरवाल) भीलवाड़ा में महाराणा कुम्भा ट्रस्ट की वर्तमान कार्यकारिणी के खिलाफ राजपूत समाज में असंतोष है। कई प्रदाधिकारी सहित समाज के कई लोगों ने आरोप लगाया है कि ट्रस्ट में परिवारवाद और मनमानी तरीके से सदस्यों को शामिल किया जा रहा है, जो ट्रस्ट के संविधान का उल्लंघन है। इसी के तहत समाज के कई लोगों ने देवस्थान विभाग को ज्ञापन देकर अनियमितताओं की जांच की मांग की है। पूर्व अध्यक्ष दिलीप सिंह बडलियास ने बताया की कुम्भा ट्रस्ट भीलवाड़ा में वर्तमान कार्यकारिणी के विरुद्ध देवस्थान विभाग अजमेर अध्यक्ष गिरीश कुमार बुचानी के समक्ष प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया जिसमे वर्तमान कार्यकारिणी द्वारा संविधान के अनुसार कार्य नहीं करने और परिवारवाद करना, तथा ट्रस्ट में भ्रष्टाचार और अनियमता के संबंध में कार्यवाही की मांग की गई।
सत्यवीर सिंह सांकरिया ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि कुम्भा ट्रस्ट में परिवारवाद से सदस्यों को लिया गया है और गम्भीर अनियमितता की गई हैं। ट्रस्ट द्वारा संविधान से बाहर जाकर काम किया जा रहा है। मनमाने तरिके से बनाये गये नवीन 150 सदस्यों मे कई सदस्य परिवार की परिभाषा के मापदण्ड पर खरे नहीं उतरते हैं, एक ही परिवार से कई सदस्य बना दिये गये, कार्यकारिणी स्वयं के परिवार एवं गांव के सदस्य बनाकर अपना वोट बैंक मजबूत किया। आम राजपूत परिवारों के 531 लोगो ने सदस्य बनने के लिए आवेदन किया परन्तु उनको सदस्य नहीं बनाया गया। इस मामले में देव स्थान विभाग अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया हैं। इस दौरान ट्रस्टी नारायण सिंह सालमपुरा, सदस्य भानुप्रताप सिंह देवली, पुष्पेन्द्र सिंह फ़ाकोलिया, नरपत सिंह, उदय सिंह, भारत सिंह बेरा, कुलदीप सिंह, सत्यवीर सिंह, गिरिराज सिंह, कालू सिंह, देवेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे। इससे पुर्व ज्ञापन व प्रदर्शन हेतु महाराणा कुम्भा ट्रस्ट के अध्यक्ष/सचिव से अनुमति चाही, परन्तु उन्होंने अपनी हठधर्मिता रखते हुए नहीं दी। इस पर एडीएम सिटी भीलवाड़ा द्वारा कानूनन रूप से स्वीकृति लेकर कुम्भा ट्रस्ट के बाहर महाराणा कुम्भा ट्रस्ट की वर्तमान कार्यकारिणी के खिलाफ धरना – प्रदर्शन किया गया। जिसमे राजपूत समाज के कई प्रदाधिकारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे थे। उसके बाद कुम्भा ट्रस्ट के मुख्य दरवाजे पर ज्ञापन चस्पा किया गया।