भीलवाड़ा मजदूर संघ (टेक्सटाइल) के शिविर में उमड़े रक्तदाता, 836 यूनिट रक्तदान हुआ संग्रहित

भीलवाडा। (पंकज पोरवाल) प्रचंड गर्मी पर किसी की जिंदगी बचाने के लिए रक्तदान करने का हौंसला भारी पड़ा। तन को झुलसा देने वाली गर्मी की परवाह किए बिना रक्तदान के लिए इस कदर उत्साह दिखाया कि चार दर्जन (48) से अधिक बैड लगाने के बावजूद खून देने के लिए बारी आने का इंतजार करना पड़ रहा था। चार बल्ड बैंक की टीम रक्त संग्रहण कर रही थी। ये नजारा गुरुवार को श्रमिक दिवस पर भीलवाड़ा मजदूर संघ (टेक्सटाइल) द्वारा रीको फोर्थ फेज में आयोजित विशाल रक्तदान शिविर में दिखा। शिविर का शुभारंभ राम दरबार की तस्वीर पर माल्यापर्ण करके किया गया। सुबह 7 बजे से आयोजित शिविर में पीड़ित मानवता की सेवा के लिए रक्तदान की होड़ रही।
शिविर में 836 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया। शिविर में पधारने वाले विशिष्ट अतिथियों में सांसद दामोदर अग्रवाल, नगर निगम महापौर राकेश पाठक, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा, पूर्व विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी, नगर परिषद के पूर्व सभापति ओम नराणीवाल, कांग्रेस के जिला संगठन महामंत्री महेश सोनी, उद्योगपति श्याम चाण्डक, पूरणमल बेसवाल, महेश हुरकट, शंभू काबरा, पूर्व पार्षद राधेश्याम सोमानी, श्रीराम मण्डल सेवा संस्थान के अध्यक्ष शांतिप्रकाश मोहता, किशोर बेनीवाल, आदि शामिल थे। अतिथियों ने रक्तदाताओं का संबल बढ़ाने के साथ मानव सेवा के लिए उनके जज्बे की सराहना की। रक्तदाताओं की हौंसला अफजाई करने के लिए जनप्रतिनिधियों, उद्यमियों के साथ समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिष्ठितजन पहुंचे। मजदूर संघ के पन्नालाल चौधरी, बंशीलाल माली, नंदलाल माली ओर मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया और रक्तदाताओं का आभार जताया। शिविर में रक्त संग्रहण रामस्नेही ब्लड बैंक, अरिहन्त ब्लड बैंक, महात्मा गांधी चिकित्सालय ब्लड बैंक, भीलवाड़ा बल्ड बैंक द्वारा किया गया। रक्तदान करने के लिए युवाओं व महिलाओं के साथ हर उम्र वर्ग के लोगों में उत्साह का माहौल था। शिविर में कई युवा ऐसे भी थे जिन्होंने जीवन में पहली बार रक्तदान किया था। शिविर में कई ऐसे रक्तवीर थी भी थे जो कई बार रक्त दे चुके थे। ऐसे रक्तवीर सबके लिए प्रेरणास्रोत का कार्य कर रहे थे। कई रक्तदाता ऐसे थे जो लंबे समय से हर तीन-चार माह में एक बार रक्तदान अवश्य करते है। रक्तदान करने की भावना रखने वालों की पहले ब्लड प्रेशर, शुगर सहित सभी जरूरी चिकित्सकीय जांच भी की गई। शिविर में कई युवा ऐसे भी थे जिन्होंने जीवन में पहली बार रक्तदान किया था। उनके शरीर का रक्त किसी की जिंदगी बचाने में कार्य आएगा ये सोच उत्साहित दिखे ओर जरूरत पड़ने पर भविष्य में भी रक्तदान की भावना जताते दिखे। पहली बार रक्तदान करने वाले मानव सेवा के इस मिशन में सहभागी बन प्रसन्न नजर आए। रक्तदाताओं की सुविधा के लिए सभी जरूरी प्रबंध शिविर स्थल भी किए गए थे। शिविर सुबह 7 बजे शुरू होना था लेकिन उससे पहले ही वहां रक्तदान पहुंचने लगे। रक्तदान के लिए एक बार जो कतार लगना शुरू हुई तो वह शाम 7 बजे शिविर समाप्त होने तक भी चलती रही।