श्री कृष्ण बाल लीला, कालिया मर्दन एवं गोवर्धन पूजा का सुंदर चित्रण किया
डूंगरज्या में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन

कोटा जिले के डुंगरज्या में स्थित कमल सरोवर परिसर में श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन आचार्य श्री राम जी महाराज ने बताया की श्री कृष्ण ने बचपन में माखन चोरी कर खाया ,
साथ ही माटी से लगे मुंह में मैया को ब्रह्माण्ड दिखाया।
साथ ही कालिया नाग के बारे में बताया कि कालिया नाग का वध की कथा सुनाई जिसमे श्री कृष्ण ने सखा के साथ यमुना नदी के किनारे गेंद से खेल रहे थे। अचानक गेंद यमुना नदी में चली गई और बाल गोपाल के सारे मित्रों ने मिलकर उन्हें नदी से गेंद लाने को भेज दिया । बाल गोपाल भी एकदम से कदंब के पेड़ पर चढ़कर यमुना में कूद गए वहां उन्हें कालिया नाग मिला । श्री कृष्ण ने अपने भाई बलराम के साथ मिलकर जहरीले कालिया नाग का वध कर दिया।
कार्तिक मास में ब्रजवासी भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए पूजन का कार्यक्रम करने की तैयारी करते हैं। भगवान कृष्ण द्वारा उनको भगवान इंद्र की पूजन करने से मना करते हुए गोवर्धन महाराज की पूजन करने की बात कहते हैं । इंद्र भगवान उन बातों को सुनकर क्रोधित हो जाते हैं वह अपने क्रोध से भारी वर्षा करते हैं जिसको देखकर समस्त ब्रजवासी परेशान हो जाते हैं ।
भारी वर्षा को देख भगवान श्री कृष्ण गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा उंगली पर उठाकर पूरे नगर वासियों को पर्वत के नीचे बुला लेते हैं। जिससे हारकर इंद्र 1 सप्ताह के बाद बारिश को बंद कर देते हैं । जिसके बाद ब्रज में भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन महाराज के जयकारे लगने लगते हैं।साथ ही मे तो गोवर्धन को जाऊं मेरे वीर सुंदर भजनों में श्रद्धालु झुम उठें।